कन्नड़ फिल्म Kantara (2022) की अपार सफलता के बाद, अब Kantara Chapter 1, इसकी बहुप्रतीक्षित प्रीक्वल फिल्म की शूटिंग लगभग तीन साल चलने के बाद पूरा हो चुका है। इस बड़े प्रोजेक्ट को बनाने में 250 से अधिक दिन लगे, जो पिछले ब्लॉकबस्टर KGF और सालार से भी अधिक है।
प्रमुख निर्माता विजय किरगंदुर ने इस फिल्म को हौम्बले फिल्म्स की अब तक की सबसे बड़ी परियोजना बताया है, जिसमें हजारों कर्मी जुटे थे और कई तकनीकी और रचनात्मक चुनौतियां पार की गईं। इस शूटिंग के समापन के साथ उन्होंने एक विशेष BTS वीडियो जारी किया, जो फिल्म के मेगा पैमाने और टीम की कड़ी मेहनत को दर्शाता है।
Kantara Chapter 1 : प्रोजेक्ट का पैमाना और निर्माण विवरण
Kantara Chapter 1 के निर्माता विजय किरगंदुर ने एक इंटरव्यू में कहा,
यह अब तक की हमारी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना है। शूटिंग दिनों की संख्या, कर्मियों की संख्या और सेट की विशालता सभी पिछले कार्यों से कहीं अधिक है। हमने एक कस्टम स्टूडियो तक बनाया क्योंकि कर्नाटक में उपलब्ध स्टूडियो हमारी जरूरत के हिसाब से बड़े स्तर के सेट के लिए उपयुक्त नहीं थे।
फिल्म की सफलता में रचनात्मक दल की भूमिका भी अहम रही है। फिल्म में कलाकार, निर्देशक और लेखक के रूप में Rishab Shetty का महत्वपूर्ण योगदान है। संगीतकार बी. अजनीश लोकनाथ ने ऐसा संगीत दिया है जो फिल्म की आध्यात्मिकता और गहराई को प्रतिबिंबित करता है।
सिनेमैटोग्राफर अर्जुन कश्यप की छायांकन कला और उत्पादन डिजाइनर विनेश बंगलान के द्वारा बनाया गया सेट श्रोताओं को सीधे क्षेत्रीय प्रकृति और लोक संस्कृति से जोड़ता है। फिल्म का एक बड़ा हिस्सा कर्नाटक के घने जंगलों में शूट किया गया है, जिससे इसकी प्रामाणिकता बनी रहती है।
कथा और सांस्कृतिक महत्व
यह प्रीक्वल कांतरा के मूल कथा संसार का विस्तार करते हुए तमिल नायडू क्षेत्र की पौराणिक और धार्मिक परंपराओं की गहराई में जाता है। फिल्म में पंजुरी दैवा और गुलीगा दैवा – जो भूत पूजा की प्रमुख देवता हैं – की उत्पत्ति और कथा को दर्शाया जाएगा।
पंजुरी दैवा एक दयालु सूअर जैसे दैवीय पात्र के रूप में प्रस्तुत हैं, जबकि गुलीगा दैवा अधिक शक्तिशाली और क्रूर माने जाते हैं, जिनसे बाढ़, बीमारी जैसी दुर्घटनाओं को जोड़ा जाता है। इस कथानक के जरिये फिल्म भारतीय लोककथाओं और आध्यात्मिकता संबन्धी सांस्कृतिक धरोहर को दरशाती है।
विजय किरगंदुर कहते हैं,
यह फिल्म सिर्फ क्षेत्रीय स्तर की नहीं बल्कि पूरी भारत की कहानियों की झलक है। हमारा उद्देश्य ऐसी कहानियां प्रस्तुत करना है जो भारतीय सांस्कृतिक जड़ों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाएं।
यह फिल्म भाषा की सीमाओं को पार कर कई भाषाओं — कन्नड़, हिंदी, तेलुगु, मलयालम, तमिल, बंगाली, और अंग्रेजी — में रिलीज होगी।
वित्तीय पहलू और रिलीज़ डेट
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— Hombale Films (@hombalefilms) November 17, 2024
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Rishab Shetty की इस फिल्म में मेहनत को देखते हुए उनकी फीस में भी वृद्धि हुई है। पहली Kantara की तुलना में उनकी कमाई अब लगभग ₹100 करोड़ के आसपास मानी जा रही है, जिसमें ₹50 करोड़ का अग्रिम भुगतान और प्रॉफिट शेयरिंग डील शामिल है। इसके आधार पर यह स्पष्ट होता है कि फिल्म से बहुत ऊंची उम्मीदें हैं।
Kantara Chapter 1 की रिलीज़ 2 अक्टूबर, 2025 को विश्व स्तर पर होगी। इस बहुभाषी रिलीज योजना से हौम्बले फिल्म्स और Rishab Shetty इस सांस्कृतिक कथा को पूरे भारत और विश्व तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
विशेषज्ञ और आधिकारिक बयान
विजय किरगंदुर, निर्माता, कहते हैं:
हमने इस प्रोजेक्ट में हौसला और लगन से काम किया है। कांतरा: चैप्टर 1 केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करने का एक माध्यम है। हमने इस बार पूरी टीम के बल से इसे रिकॉर्ड लंबाई पर शूट किया है और हर छोटी से छोटी डिटेल पर ध्यान दिया गया है।
Rishab Shetty , निर्देशक और अभिनेता, ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:
यह हमारा एक दिव्य सफर है, जो हमारी संस्कृति की जड़ों से जुड़ा है। मैंने अभिनय, निर्देशन और लेखन में पूरी मेहनत लगाई है ताकि यह कहानी दुनिया के सामने अक्षुण्ण रूप में आ सके। हम 2 अक्टूबर को थिएटर्स में आप सबका स्वागत करते हैं।”
Kantara कहानी का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
Kantara ने भारतीय सिनेमा में केवल एक मनोरंजक फिल्म के रूप में अपनी जगह नहीं बनाई, बल्कि भूमिगत लोक जीवन, पौराणिकता, और पारंपरिक विश्वासों को बड़े परदे पर प्रस्तुत करके समृद्धि को बढ़ावा दिया। Kantara Chapter 1 इसके पूर्वज स्वरूप की गहराई में उतरता है, जहां आध्यात्मिकता और सामाजिक संरचना के रेशों को कहानी से जोड़ा गया है।
यह फिल्म भू-स्वामित्व, प्राकृतिक संरक्षण, और सांस्कृतिक पहचान जैसे महत्वपूर्ण विषयों को भी छूती है, जो आधुनिक युग में भी प्रासंगिकता रखते हैं। विनिर्माण पक्ष से लेकर दृश्य प्रभावों तक, यह फिल्म भारतीय सांस्कृतिक इतिहास को बचाने और युवाओं तक पहुँचाने का बड़ा प्रयास है।
फिल्म के सेट, जो कर्नाटक के जंगलों में बसे, बड़े प्राकृतिक दृश्यों से सजे हैं, प्रेस से लेकर सोशल मीडिया तक तारीफ़ बटोर रहे हैं। संगीत में बी. अजनीश लोकनाथ की रचना ने कथानक को एक आध्यात्मिक आयाम दिया है। सिनेमैटोग्राफर अर्जुन कश्यप ने न केवल जंगली दृश्यों को खूबसूरती से कैद किया है, बल्कि फिल्म की संपूर्ण छवि को प्रभावशाली बनाया है।
Kantara Chapter 1 न केवल कन्नड़ सिनेमा बल्कि पूरे भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। यह फिल्म सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करने का एक प्रयास है जो मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षा और जागरूकता भी बढ़ाएगी। हौम्बले फिल्म्स की प्रतिबद्धता और रिषभ शेट्टी की मेहनत के चलते, यह फिल्म भारतीय लोककथाओं को नए युग में ले जाने का एक बड़ा कदम है।
2 अक्टूबर, 2025 की रिलीज़ के साथ, दर्शकों को एक ऐसी पौराणिक और सांस्कृतिक यात्रा देखने को मिलेगी जो एक साथ मनोरंजक और संज्ञानात्मक दोनों है। भारतीय फिल्म उद्योग की इस प्रतिष्ठित योजना से उम्मीद है कि यह न केवल भारत में बल्कि विश्व मंच पर भी पहचान बनाने में सफल होगी।
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