Kamal Haasan ने हिंदी थोपे जाने के मुद्दे पर दिया मजबूत बयान

Kamal Haasan ने हिंदी थोपे जाने के मुद्दे पर दिया मजबूत बयान
तमिल और कन्नड़ भाषाओं के बीच चल रहे विवाद के बीच मशहूर अभिनेता और राजनेता Kamal Haasan ने एक बार फिर हिंदी थोपे जाने के मुद्दे पर अपनी राय रखी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाषा सीखने की प्रक्रिया प्राकृतिक होनी चाहिए, न कि जबरन थोपी जानी चाहिए।
#KamalHaasan reacts to Hindi imposition row amid Tamil vs Kannada controversyhttps://t.co/5qhx7uITmN
— BollyHungama (@Bollyhungama) June 9, 2025
पीटीआई से बातचीत में कमल हासन ने कहा, “बिना थोपे हम सीख लेंगे। भाषा को जबरन न थोपें, क्योंकि शिक्षा का सबसे छोटा रास्ता चुनना चाहिए, न कि उसमें बाधाएं डालनी चाहिए।“ उन्होंने यह भी कहा कि वह पंजाब, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के साथ खड़े हैं, जो हिंदी थोपे जाने का विरोध करते रहे हैं।
Kamal Haasan ने कहा हिंदी थोपने से बनती है समस्या
Kamal Haasan ने आगे कहा कि अंग्रेजी भारत में एक तटस्थ भाषा के रूप में उभरी है और इसका ऐतिहासिक महत्व है। उन्होंने कहा, “अंग्रेजी एक व्यावहारिक विकल्प है। आप स्पेनिश या चीनी भी सीख सकते हैं, लेकिन भारत में 350 सालों से अंग्रेजी शिक्षा का चलन है। अगर इसे अचानक बदल दिया जाए, तो कई लोग अशिक्षित रह जाएंगे, खासकर तमिलनाडु में।”
उन्होंने सवाल उठाया, “अगर आप हिंदी थोपते हैं और कहते हैं कि विंध्य के बाद नौकरी नहीं मिलेगी, तो फिर क्या होगा 22 अन्य भाषाओं का? क्या वे आधिकारिक नहीं हैं?”
तमिल vs कन्नड़ विवाद और ‘थग लाइफ’ पर प्रतिबंध

Kamal Haasan का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उनकी आगामी फिल्म ‘थग लाइफ’ को कन्नड़ भाषी राज्यों में रिलीज़ होने से रोक दिया गया है। इसकी वजह उनका पिछला बयान था, जिसमें उन्होंने तमिल भाषा को कन्नड़ से श्रेष्ठ बताया था। हालांकि, अब उन्होंने भाषाई एकता और सम्मान पर जोर दिया है।
Kamal Haasan के इस बयान ने भारत में भाषाई राजनीति पर एक नई बहस छेड़ दी है। उनका मानना है कि भाषा सीखने की स्वतंत्रता होनी चाहिए और किसी भी भाषा को जबरन नहीं थोपा जाना चाहिए। अब देखना होगा कि उनकी यह बात देश में भाषाई सद्भाव बढ़ाने में कितनी मदद करती है।
TAGS : #कमल_हासन #हिंदी_थोपने_पर_विवाद #तमिल_कन्नड़_विवाद #भाषाई_संवाद #भारत_में_भाषा_राजनीति
ALSO READ : Thug Life Movie Review: कमजोर एक्जीक्यूशन 2.5/5